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बुधवार, 7 अगस्त 2019

Left Parties on Jammu and Kashmir


प्रकाशनार्थ


( लखनऊ से दिनांक- 7 अगस्त 2019 को जारी )--

जम्मू एवं कश्मीर पर वामपंथी पार्टियों का संयुक्त बयान


जम्मू एवं कश्मीर का विघटन: भारत के संविधान, लोकतन्त्र एवं संघात्मकता पर हमला


नई दिल्ली- 5 अगस्त 2019 को वामपंथी पार्टियों- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी ), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी - लेनिनवादी ) लिबरेशन, आल इंडिया फारबर्ड ब्लाक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी ने जम्मू कश्मीर के घटनाक्रम के संबंध में निम्न बयान जारी किया है।
नरेन्द्र मोदी सरकार ने धारा 370 और संविधान के अन्य प्रविधानों को एकतरफा तरीके से निरस्त कर और जम्मू कश्मीर राज्य का विभाजन कर हमारी संवैधानिक व्यवस्था को एक गंभीर आघात पहुंचाया है।
जम्मू एवं कश्मीर राज्य के संबंध में हमारे संविधान द्वारा गारंटीशुदा विशेष प्रावधान उस समय दिये गये थे जब पाकिस्तानी हमलों की प्रष्ठभूमि में रियासती राज्य ने भारतीय संघ में विलय पत्र पर हस्ताक्षर किये थे। वर्तमान कदमों से मोदी सरकार ने उस आश्वासन को एक झटके में पूरी तरह नकार दिया है जो भारत सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर की जनता को दिये थे। यह संघात्मकता, जो भारतीय संविधान का एक आधारभूत वैशिष्ट्य है, पर हमला है।
भारतीय संघ का गठन हमारी जनता की एकता के आधार, विविधताओं को जो मौजूद हैं, को मान्यता देते हुये हमारी जनता की एकता के आधार पर हुआ था। स्पष्टतः आरएसएस/ भाजपा  किसी विविधता को सहन नहीं कर सकते और जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख को दो अलग केन्द्रीय प्रशासित केन्द्रीय क्षेत्रों में बादल रहे हैं।
यह सभी वायदों के साथ विश्वासघात है; कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत का सम्मान करने के संबंध में केन्द्र सरकार जो वायदा वर्षों से बार बार करती आयी है, उसके साथ विश्वासघात है। सभी पक्षकारों के साथ राजनीतिक प्रक्रिया, जिसके लिये सरकार ने तीन साल पहले वायदा किया था, के जरिये ही कश्मीर की जनता के बाकी भारत की जनता के साथ संबंध मजबूत होसकते हैं। इसके बजाय इस आलोकतांत्रिक एकतरफा कदम से विलगाव ही गहरा होगा। यह भारत की एकता एवं अखंडता के लिये हानिकारक है।
वामपंथी पार्टियां भारत की जनता का आह्वान करती हैं कि मोदी सरकार द्वारा अपनाए गये इन गैरकानूनी एवं असंवैधानिक तौर- तरीकों के खिलाफ मजबूती से विरोध प्रकट करें। ये मुद्दे केवल जम्मू एवं कश्मीर तक सीमित नहीं हैं। ये लोकतन्त्र, संघात्मकता और संवैधानिक व्यवस्था पर हमला है।
वामपंथी पार्टियां  7 अगस्त 2019 को राष्ट्रव्यापी स्तर पर एक विरोध दिवस का आह्वान करती हैं।

भारतीय के इस ध्वंस को बंद करो।

जम्मू एवं कश्मीर राज्य के ध्वंस को बंद करो।


लखनऊ से जारी द्वारा-

डा॰ गिरीश, राज्य सचिव

भाकपा , उत्तर प्रदेश


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