पूंजीपतियों की धनलिप्सा की पूर्ति के लिये मजदूरों
और किसानों को तवाह कर रही है भाजपा सरकार
भाकपा ने मजदूर संगठनों के संयुक्त प्रतिरोध प्रदर्शन
के लिये उन्हें बधाई दी
लखनऊ- 23 सितंबर 2020, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मण्डल ने कल संसद में पारित मजदूर
विरोधी काले कानून, निजीकरण, बेरोजगारी
और श्रमिकों के ऊपर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे तीखे हमलों के के विरूध्द
संयुक्त ट्रेड यूनियनों के प्रतिरोध कार्यक्रम की सफलता पर उन्हें बधाई दी।
यहाँ जारी एक प्रेस बयान में भाकपा ने कहा कि जैसे जैसे
मजदूरों- किसानों युवाओं के साथ सरकार की धोखाधड़ी (चीटिंग) बढ़ती जा रही है उनका प्रतिरोध
भी तेज होता जा रहा है। आज के प्रतिरोध कार्यक्रमों के आयोजनों में कई जगह सरकारी बाधाओं
के बावजूद श्रमिकों ने जोरदार प्रदर्शन किये। अनेक जगहों पर उन्हें भारतीय कम्युनिस्ट
पार्टी के कार्यकर्ताओं का सक्रिय समर्थन हासिल हुआ।
भाकपा ने कहा कि गत सप्ताहों के घटनाक्रमों साबित कर
दिया है कि सरकार पूरी तरह बड़े पूँजीपतियों और कार्पोरेट्स के साथ खड़ी है। उनकी धन
लिप्सा को पूरी करने को किसान- कामगारों को तवाह करने वाले कानून बनाती जा रही है।
उत्तर प्रदेश की एक कथित दलित पार्टी का सरकार के इन क्रत्यों में सरकार के साथ खड़ा
होना आश्चर्यजंक ही नहीं मजदूर विरोधी क्रत्य है जिसके लिए मेहनतकश उसे माफ नहीं करेंगे।
भाकपा ने टीवी चेनलों पर आरोप लगाया कि मजदूरों किसानों
और नौजवानों पर जब अभूतपूर्व हमले होरहे हैं नामी- गिरामी टीवी चेनल देश का ध्यान भटकाने
को बालीवुड और ड्रग्स आदि पर समय खराब कर रहे हैं। वे मजदूरों किसानों और युवाओं के
सवालों को पूरी तरह नकार रहे हैं। समाज को इस पर बहस चलानी चाहिये। बालीवुड के गरिमामय
लोगों को भी सरकार और मीडिया के इस खेल के खिलाफ सामने आना चाहिये।
डा॰ गिरीश, राज्य सचिव
भाकपा , उत्तर प्रदेश
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