अभूतपूर्व
रहा किसानों- कामगारों का भारत बन्द
भाकपा ने
सभी बन्द समर्थकों को दिली मुबारकबाद दी
सरकार को
चेताया कि वह दीवार पर लिखी इबारत को समझे वरना नतीजे भुगतने को तैयार रहे
लखनऊ- 27 सितंबर 2021, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल ने दावा किया कि भाजपा और उसकी
सरकारों द्वारा खड़े किये गये तमाम अवरोधों के बावजूद आज भारत बन्द और उत्तर प्रदेश
बन्द पूरी तरह सफल रहा। मुख्यतः यह किसानों कामगारों का बन्द था और उन्होने अपना काम
पूरी तरह बन्द रखा। उनकी अपील पर तमाम बाजार, स्कूल, वाहन, कचहरियाँ आदि भी बन्द रहे। किसान संगठनों के आह्वान
पर इन दस माहों में हुयी जन कार्यवाहियों में आज की कार्यवाही बहुत बड़ी थी। भाकपा ने
बन्द में भाग लेने वाले और बन्द समर्थकों सभी को बधाई दी है।
उत्तर प्रदेश में तानाशाह योगी सरकार ने गत रात से ही
किसान नेताओं, भाकपा एवं वामपंथी नेताओं की गिरफ्तारी शुरू कर
दी थी। अनेकों नेताओं को घरों में बन्द कर दिया। विरोध प्रदर्शनों की राह में रोड़े
खड़े किये और अनेक जगह प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। बावजूद इसके बन्द पूरी
तरह कामयाब रहा।
भाकपा राज्य सचिव डा॰ गिरीश ने कहाकि विभिन्न किसान
यूनियनों और वाम किसान संगठनों ने बन्द को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यद्यपि तमाम दलों ने बन्द के समर्थन का ऐलान किया था लेकिन उत्तर प्रदेश में सड़कों
पर भाकपा और वामपंथी दलों के समूह अधिक दिखे। लाल झंडों का इतना बड़ा सैलाव देश प्रदेश
में कई वर्ष बाद देखने को मिला।
भाकपा ने कहाकि भाजपा सरकार दीवार पर लिखी खुली इबारत
को समझे और तीनों काले क्रषी क़ानूनों की वापसी, एमएसपी कानून बनाने, विद्युत बिल 2020 को रद्द करने, सार्वजनिक क्षेत्र को
बेचे जाने से बाज आने व रोजगार देने, महंगाई को नीचे लाने और
विभाजन तथा तानाशाही की राजनीति बन्द करने की तत्काल घोषणा करे। वरना पीड़ित जनता की
आंधी में उसका तंबू ध्वस्त हो जायेगा।
डा॰ गिरीश, राज्य सचिव
भाकपा, उत्तर प्रदेश
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