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रविवार, 22 अगस्त 2010
at 9:32 pm | 0 comments | के. मुरूगन
17वां विश्व युवा एवं छात्र उत्सव
प्रत्येक विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के पहले अंतर्राष्ट्रीय तैयारी बैठक (आईपीएम) का आयोजन एक परंपरा है। 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के लिए आईपीएम का आयोजन काराकस, वेनेजुएला में हुआ जिसने 16वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव की मेजबानी की थी। आपीएम में अगले मेजबान को परंपरागत रूप से झंडा सौंपने का समारोह भी हुआ।
आईपीएम में लंबी बहस के बाद सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि अगले विश्व युवा एवं छात्र उत्सव का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में 13 से 31 दिसंबर 2010 को किया जायेगा। उसका नारा होाग, “साम्राज्यवाद को परास्त करें, विश्व शांति, एकजुटता और सामाजिक बदलाव के लिए”। दक्षिण अफ्रीका मंे उत्सव का आयोजन करने के फैसले से उस देश के प्रगतिशील एवं साम्राज्यवाद-विरोधी युवाओं के प्रति अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता की अभिव्यक्ति होती है जो अतीत में और आज भी विश्व को यह दिखा रहा है कि एक ऐसे देश का निर्माण हो रहा है जो न्याय, एकजुटता एवं मैत्री में विश्वास करता है तथा जिसकी अर्थव्यवस्था जनहित में है और बिना किसी रंग भेद, जातिभेद और धार्मिक भेदभाव के लोगों के बीच गहरा मैत्रीपूण
संबंध है।
पहली आईपीएम में विश्व के सभी युवाओं एवं सदस्य संगठनों को 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के कार्यक्रम के मुख्य दिशानिर्देशों के बारे में एक अपील भेजी गयी जिस पर सभी स्तरों पर विचार किया जाना है। विश्व युवा एवं छात्र उत्सव की विरासत के अंग के रूप मंे यह फैसला स्पष्ट था कि वेनेजुएला उत्सव के अत्यंत सकारात्मक अनुभव को देखते हुए 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के लिए साम्राज्यवाद-विरोधी कार्यक्रम तैयार करना है।
उत्सव के कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों जैसे सम्मेलन, सेमिनार, वर्कशाप, एकजुटता प्रदर्शन, विचारों के आपसी आदान-प्रदान की बैठकंे, मैत्री उत्सव, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां तथा अन्य गतिविधियों को यथा, साम्राज्यवाद विरोधी अदालतें, विभिन्न मुद्दों पर मीटिंग, पश्चिमी सहारा की आजादी के लिए, लैटिन अमरीका के सैन्यीकरण के विरूद्ध, हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराने के 65 साल, फासिस्ट विरोधी विजय के 65 साल, फिलिस्तान की स्वतंत्रता तथा रंगभेद के खिलाफ लोगों एवं युवाओं के बीच एकजुटता आदि को शामिल किया जायेगा।
अफ्रीका, एशिया, अमरीका, मध्यपूर्व और यूरोप के प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक पूरे दिन का कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में मुख्य विषयों पर जैसे, शांति, एकजुटता एवं सार्वभौतिकता, रोजगार एवं शिक्षा के अधिकार, विज्ञान एवं संस्कृति, आर्थिक आतंकवाद, ब्लौकेड एवं प्रतिबंध, लोकतांत्रिक अधिकार, बेरोजगार एवं भूख, विसैन्यीकरण एवं शांति समझौते, जल एवं उसके स्रोत, एड्स के खिलाफ संघर्ष, आजादी एवं मानवीधिकार, वैश्वीकरण एवं निजीकरण, साम्राज्यवादी शक्तियों द्वारा मीडिया पर नियंत्रण, स्वास्थ्य का अधिकार, विभिन्न क्षेत्रों में गरीबी से जुड़ी समस्याएं एवं समाधान, भूमि एवं खाद्य सुरक्षा का अधिकार, स्कूल की किताबों में कम्युनिस्ट विरोधी, लोकतंत्र विरोधी एवं विज्ञान विरोधी बातें, भूमंडलीय तापमान वृद्धि और पूंजीवादी व्यवस्था का अंतर्राष्ट्रीय संकट आदि मुद्दों पर फोकस किया जायेगा।
एआईवाईएफ की पहल पर भोपाल गैस त्रासदी पर विचार किया गया तथा उत्सव के कार्यक्रम में इसे शामिल किया गया और इस बारे में भोपाल में एक वर्कशाप का आयोजन किया जायेगा।
दूसरी आईपीएम प्योंगयांग, उत्तरी कोरिया में 24 जून से 1 जुलाई 2010 को हुई जिसमें कार्यक्रम के मुख्य दिशा निर्देशों तथा 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के लिए अंतर्राष्ट्रीय आयोजन समिति के चुनाव के कार्यक्रम में मंजूरी दी गयी। इस बैठक में एआईएफवाई (भारत), एएनसीवाईएल (दक्षिण अफ्रीका), एएनएफएसएसयू (नेपाल), सीओएसएएस (दक्षिण अफ्रीका), डीवाईएफआई (भारत), ईडीओएन (साइप्रस), जीयूएएस (वियतनाम), जेसीपी (पुर्तगाल), जेडीवाईयू (जोर्डन), केआईएसएसवाईएल (डीपीआर कोरिया), केएनई (ग्रीस), केवाईएलजे (जापान), एनयूएसएस (सीरिया), एनवाईजी (दक्षिण अफ्रीका), एसडीएजे (जर्मनी), एसवाईयू (श्रीलंका), यूजेसी (क्यूबा), यूजेसीई (स्पेन), यूजेडीएएन (सेनेगल), उज्सारिओ (पश्चिमी सहारा), यूएलडीवाई (लेबनान) और वाईएफ (नेपाल) के 37 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मेजबान संगठन किमइलसुंग सोशलिस्ट यूथ लीग ऑफ डीपीआर कोरिया ने हिस्सा लिया। विभिन्न देशों से आये प्रतिनिधिमंडलों का प्योंगयांग एयरपोर्ट पर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।
उत्तरी कोरिया में प्रवास के दौरान प्रतिनिधिमंडलों ने अनेक ऐतिहासिक महत्व की जगहों का दौरा किया। इनमें फारदलैंड लिब्रेशन वार म्युजियम, सिंचोन म्युजियम, कोरियाई क्रांतिकारी म्युजियम, राष्ट्रपति किमइलसुंग पैतृक घर, किमइलसुग यूनिवर्सिटी एंड एजुकेशन हाल, टावर ऑफ जुचे आईडिया, इंटरनेशल फ्रेंडशिप पैलेस फॉर स्कूल चिल्ड्रेन, कोरिया से संबंधित प्रदर्शनी शामिल है। अंत में प्रतिनिधिमंडल ने अमरीकी साम्राज्यवाद के खिलाफ कोरिया के युद्ध में मारे गये शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
आईपीएम की ओर से कोरयिाई यूथ और कोरिया प्रायद्वीप के एकीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता मार्च का आयोजन किया गया जिसमें हजारों युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया तथा अमरीका साम्राज्यवाद के खिलाफ नारे लगाये। कोरिया जनता के समर्थन में पीपुल्स पैलेस ऑफ कल्चर में एक अंतर्राष्ट्रीय मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें करीब 3000 युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया। कोरियाई युद्ध की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक मार्च का आयोजन किया गया जिसमें लगभग दो लाख सैनिक एवं सरकारी अधिकारियों तथा युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर युवाओं और छात्रों, कोरियाई जनसेना के प्रतिनिधियों ने तथा मजदूर वर्ग एवं कृषि मजदूरों की ओर से कोरिया वर्कर्स पार्टी को केन्द्रीय समिति के सचिव ने भाषण दिया।
कोरिया की सुप्रीम असेम्बली के अध्यक्ष किमयो नॉक और किमइलसुंग सोशलिस्ट यूथ लीग के प्रथम सचिव लीयोंग चोल ने मीटिंग में भाग लेने वालों के सम्मान में एक स्वागत समारोह का आयोजन किया जिसमें उन्होंने घोषणा की कि युवाओं और छात्रों को वैचारिक एवं शारीरिक रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा ताकि क्रांति का हिरावल दस्ता तैयार किया जा सके और साथ ही समाजवादी निर्माण का काम जारी रखा जा सके।
दक्षिण अफ्रीका की एनपीसी में शामिल विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने दक्षिण अफ्रीका में चल रही तैयारी के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की जिसमें कहा गया कि 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव की ज्यादातर गतिविधियों का आयोजन जोंहान्सबर्ग में किया जायेगा जब कि उद्घाटन एवं समापन समारोह का आयोजन ओर्लान्डो स्टेडियम में किया जायेगा। उत्सव के दौरान प्रतिनिधिगण छात्रों के घरों में ठहरेंगे तथा उनके ट्रांसपोर्ट का इंतजाम जोंहान्सबर्ग की नगर पालिका द्वारा किया जायेगा। प्रथम आईपीएम के फैसले के अनुसार वर्ल्ड फेडरेशन डेमोक्रेटिक यूथ (डब्लूएफडीवाई) के सहयोग से सांस्कृति एवं स्पोटर््स गतिविधियों का भी आयोजन किया जायेगा। अधिकांश संगठनों ने तैयारी की वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट पेश की। हरेक देश में विभिन्न तरह की गतिविधियों को विकसित किया जा रहा है। बैठक में इस बात का भी विश्लेषण किया गया कि विश्व युवा एवं छात्र उत्सव की तैयारी के लिए समय की कमी को देखते हुए मोबिलाइजेशन और प्रोमोशन के प्रयासों को तेज कैसे किया जाये। प्रत्येक संगठन को हरेक देश में प्रचार के लिए सामग्रियां एवं वेबसाइट्स का इंतजाम खुद करना है। डब्लूएफडीवाई एक कामन लाइन पर भी काम कर रहा है तथा इसका एक अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइट शीघ्र शुरू किया जायेगा।
प्रथम आईपीएम में मंजूर की गयी गतिविधियों और मुख्य दिशा निर्देशों के कार्यान्वयन को स्वीकृति दी गयी। डब्लूएफडीआई और दक्षिण अफ्रीका की एनपीसी ने प्रत्येक गतिविधियों के लिए ठोस नारे तैयार करने की जिम्मेदारी ली जिसे तीसरी आईपीएम के ड्राफ्ट में शामिल किया जायेगा।
आईपीएम में उत्सव के हर दिन विभिन्न क्षेत्रों की विशेषताओं के अनुसार उनके योगदान पर भी विचार किया गया तथा प्रत्येक मुद्दे पर प्रतिनिधियों ने अपने विचार प्रकट किये। तीसरी आईपीएम में प्रत्येक क्षेत्र द्वारा इस बारे में अंतिम फैसला किया जायेगा।
17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के लिए अंतर्राष्ट्रीय आयोजन समिति के चुनाव के तरीके, लक्ष्य, कर्तव्य एवं नियमों को स्वीकार किया गया। अंतर्राष्ट्रीय आयोजन समिति (आईओसी) का चुनाव तीसरी आईपीएम में किया जायेगा जो उत्सव के दो महीने पहले से काम करना शुरू कर देगी। आईओसी उत्सव की सारी तैयारियां दक्षिण अफ्रीका में करेगी और आईपीएम के फैसलों को लागू करेगी। आईओसी में डब्लूएफडीवाई, दक्षिण अफ्रीका की एनपीसी, वेनेजुएला की एनपीसी, ओसीएलएई, जेयूएएस, एएसए और एएसयू के प्रतिनिधि होंगे (जो छात्र संगठनों का प्रतिनिधित्व करेंगे)। यह भी फैसला किया गया कि तीसरी आईपीएम का आयोजन साइप्रस में सितम्बर, 2010 में किया जायेगा।
- के. मुरूगन
आईपीएम में लंबी बहस के बाद सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि अगले विश्व युवा एवं छात्र उत्सव का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में 13 से 31 दिसंबर 2010 को किया जायेगा। उसका नारा होाग, “साम्राज्यवाद को परास्त करें, विश्व शांति, एकजुटता और सामाजिक बदलाव के लिए”। दक्षिण अफ्रीका मंे उत्सव का आयोजन करने के फैसले से उस देश के प्रगतिशील एवं साम्राज्यवाद-विरोधी युवाओं के प्रति अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता की अभिव्यक्ति होती है जो अतीत में और आज भी विश्व को यह दिखा रहा है कि एक ऐसे देश का निर्माण हो रहा है जो न्याय, एकजुटता एवं मैत्री में विश्वास करता है तथा जिसकी अर्थव्यवस्था जनहित में है और बिना किसी रंग भेद, जातिभेद और धार्मिक भेदभाव के लोगों के बीच गहरा मैत्रीपूण
संबंध है।
पहली आईपीएम में विश्व के सभी युवाओं एवं सदस्य संगठनों को 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के कार्यक्रम के मुख्य दिशानिर्देशों के बारे में एक अपील भेजी गयी जिस पर सभी स्तरों पर विचार किया जाना है। विश्व युवा एवं छात्र उत्सव की विरासत के अंग के रूप मंे यह फैसला स्पष्ट था कि वेनेजुएला उत्सव के अत्यंत सकारात्मक अनुभव को देखते हुए 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के लिए साम्राज्यवाद-विरोधी कार्यक्रम तैयार करना है।
उत्सव के कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों जैसे सम्मेलन, सेमिनार, वर्कशाप, एकजुटता प्रदर्शन, विचारों के आपसी आदान-प्रदान की बैठकंे, मैत्री उत्सव, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां तथा अन्य गतिविधियों को यथा, साम्राज्यवाद विरोधी अदालतें, विभिन्न मुद्दों पर मीटिंग, पश्चिमी सहारा की आजादी के लिए, लैटिन अमरीका के सैन्यीकरण के विरूद्ध, हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराने के 65 साल, फासिस्ट विरोधी विजय के 65 साल, फिलिस्तान की स्वतंत्रता तथा रंगभेद के खिलाफ लोगों एवं युवाओं के बीच एकजुटता आदि को शामिल किया जायेगा।
अफ्रीका, एशिया, अमरीका, मध्यपूर्व और यूरोप के प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक पूरे दिन का कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में मुख्य विषयों पर जैसे, शांति, एकजुटता एवं सार्वभौतिकता, रोजगार एवं शिक्षा के अधिकार, विज्ञान एवं संस्कृति, आर्थिक आतंकवाद, ब्लौकेड एवं प्रतिबंध, लोकतांत्रिक अधिकार, बेरोजगार एवं भूख, विसैन्यीकरण एवं शांति समझौते, जल एवं उसके स्रोत, एड्स के खिलाफ संघर्ष, आजादी एवं मानवीधिकार, वैश्वीकरण एवं निजीकरण, साम्राज्यवादी शक्तियों द्वारा मीडिया पर नियंत्रण, स्वास्थ्य का अधिकार, विभिन्न क्षेत्रों में गरीबी से जुड़ी समस्याएं एवं समाधान, भूमि एवं खाद्य सुरक्षा का अधिकार, स्कूल की किताबों में कम्युनिस्ट विरोधी, लोकतंत्र विरोधी एवं विज्ञान विरोधी बातें, भूमंडलीय तापमान वृद्धि और पूंजीवादी व्यवस्था का अंतर्राष्ट्रीय संकट आदि मुद्दों पर फोकस किया जायेगा।
एआईवाईएफ की पहल पर भोपाल गैस त्रासदी पर विचार किया गया तथा उत्सव के कार्यक्रम में इसे शामिल किया गया और इस बारे में भोपाल में एक वर्कशाप का आयोजन किया जायेगा।
दूसरी आईपीएम प्योंगयांग, उत्तरी कोरिया में 24 जून से 1 जुलाई 2010 को हुई जिसमें कार्यक्रम के मुख्य दिशा निर्देशों तथा 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के लिए अंतर्राष्ट्रीय आयोजन समिति के चुनाव के कार्यक्रम में मंजूरी दी गयी। इस बैठक में एआईएफवाई (भारत), एएनसीवाईएल (दक्षिण अफ्रीका), एएनएफएसएसयू (नेपाल), सीओएसएएस (दक्षिण अफ्रीका), डीवाईएफआई (भारत), ईडीओएन (साइप्रस), जीयूएएस (वियतनाम), जेसीपी (पुर्तगाल), जेडीवाईयू (जोर्डन), केआईएसएसवाईएल (डीपीआर कोरिया), केएनई (ग्रीस), केवाईएलजे (जापान), एनयूएसएस (सीरिया), एनवाईजी (दक्षिण अफ्रीका), एसडीएजे (जर्मनी), एसवाईयू (श्रीलंका), यूजेसी (क्यूबा), यूजेसीई (स्पेन), यूजेडीएएन (सेनेगल), उज्सारिओ (पश्चिमी सहारा), यूएलडीवाई (लेबनान) और वाईएफ (नेपाल) के 37 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मेजबान संगठन किमइलसुंग सोशलिस्ट यूथ लीग ऑफ डीपीआर कोरिया ने हिस्सा लिया। विभिन्न देशों से आये प्रतिनिधिमंडलों का प्योंगयांग एयरपोर्ट पर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।
उत्तरी कोरिया में प्रवास के दौरान प्रतिनिधिमंडलों ने अनेक ऐतिहासिक महत्व की जगहों का दौरा किया। इनमें फारदलैंड लिब्रेशन वार म्युजियम, सिंचोन म्युजियम, कोरियाई क्रांतिकारी म्युजियम, राष्ट्रपति किमइलसुंग पैतृक घर, किमइलसुग यूनिवर्सिटी एंड एजुकेशन हाल, टावर ऑफ जुचे आईडिया, इंटरनेशल फ्रेंडशिप पैलेस फॉर स्कूल चिल्ड्रेन, कोरिया से संबंधित प्रदर्शनी शामिल है। अंत में प्रतिनिधिमंडल ने अमरीकी साम्राज्यवाद के खिलाफ कोरिया के युद्ध में मारे गये शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
आईपीएम की ओर से कोरयिाई यूथ और कोरिया प्रायद्वीप के एकीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता मार्च का आयोजन किया गया जिसमें हजारों युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया तथा अमरीका साम्राज्यवाद के खिलाफ नारे लगाये। कोरिया जनता के समर्थन में पीपुल्स पैलेस ऑफ कल्चर में एक अंतर्राष्ट्रीय मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें करीब 3000 युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया। कोरियाई युद्ध की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक मार्च का आयोजन किया गया जिसमें लगभग दो लाख सैनिक एवं सरकारी अधिकारियों तथा युवाओं और छात्रों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर युवाओं और छात्रों, कोरियाई जनसेना के प्रतिनिधियों ने तथा मजदूर वर्ग एवं कृषि मजदूरों की ओर से कोरिया वर्कर्स पार्टी को केन्द्रीय समिति के सचिव ने भाषण दिया।
कोरिया की सुप्रीम असेम्बली के अध्यक्ष किमयो नॉक और किमइलसुंग सोशलिस्ट यूथ लीग के प्रथम सचिव लीयोंग चोल ने मीटिंग में भाग लेने वालों के सम्मान में एक स्वागत समारोह का आयोजन किया जिसमें उन्होंने घोषणा की कि युवाओं और छात्रों को वैचारिक एवं शारीरिक रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा ताकि क्रांति का हिरावल दस्ता तैयार किया जा सके और साथ ही समाजवादी निर्माण का काम जारी रखा जा सके।
दक्षिण अफ्रीका की एनपीसी में शामिल विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने दक्षिण अफ्रीका में चल रही तैयारी के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की जिसमें कहा गया कि 17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव की ज्यादातर गतिविधियों का आयोजन जोंहान्सबर्ग में किया जायेगा जब कि उद्घाटन एवं समापन समारोह का आयोजन ओर्लान्डो स्टेडियम में किया जायेगा। उत्सव के दौरान प्रतिनिधिगण छात्रों के घरों में ठहरेंगे तथा उनके ट्रांसपोर्ट का इंतजाम जोंहान्सबर्ग की नगर पालिका द्वारा किया जायेगा। प्रथम आईपीएम के फैसले के अनुसार वर्ल्ड फेडरेशन डेमोक्रेटिक यूथ (डब्लूएफडीवाई) के सहयोग से सांस्कृति एवं स्पोटर््स गतिविधियों का भी आयोजन किया जायेगा। अधिकांश संगठनों ने तैयारी की वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट पेश की। हरेक देश में विभिन्न तरह की गतिविधियों को विकसित किया जा रहा है। बैठक में इस बात का भी विश्लेषण किया गया कि विश्व युवा एवं छात्र उत्सव की तैयारी के लिए समय की कमी को देखते हुए मोबिलाइजेशन और प्रोमोशन के प्रयासों को तेज कैसे किया जाये। प्रत्येक संगठन को हरेक देश में प्रचार के लिए सामग्रियां एवं वेबसाइट्स का इंतजाम खुद करना है। डब्लूएफडीवाई एक कामन लाइन पर भी काम कर रहा है तथा इसका एक अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइट शीघ्र शुरू किया जायेगा।
प्रथम आईपीएम में मंजूर की गयी गतिविधियों और मुख्य दिशा निर्देशों के कार्यान्वयन को स्वीकृति दी गयी। डब्लूएफडीआई और दक्षिण अफ्रीका की एनपीसी ने प्रत्येक गतिविधियों के लिए ठोस नारे तैयार करने की जिम्मेदारी ली जिसे तीसरी आईपीएम के ड्राफ्ट में शामिल किया जायेगा।
आईपीएम में उत्सव के हर दिन विभिन्न क्षेत्रों की विशेषताओं के अनुसार उनके योगदान पर भी विचार किया गया तथा प्रत्येक मुद्दे पर प्रतिनिधियों ने अपने विचार प्रकट किये। तीसरी आईपीएम में प्रत्येक क्षेत्र द्वारा इस बारे में अंतिम फैसला किया जायेगा।
17वें विश्व युवा एवं छात्र उत्सव के लिए अंतर्राष्ट्रीय आयोजन समिति के चुनाव के तरीके, लक्ष्य, कर्तव्य एवं नियमों को स्वीकार किया गया। अंतर्राष्ट्रीय आयोजन समिति (आईओसी) का चुनाव तीसरी आईपीएम में किया जायेगा जो उत्सव के दो महीने पहले से काम करना शुरू कर देगी। आईओसी उत्सव की सारी तैयारियां दक्षिण अफ्रीका में करेगी और आईपीएम के फैसलों को लागू करेगी। आईओसी में डब्लूएफडीवाई, दक्षिण अफ्रीका की एनपीसी, वेनेजुएला की एनपीसी, ओसीएलएई, जेयूएएस, एएसए और एएसयू के प्रतिनिधि होंगे (जो छात्र संगठनों का प्रतिनिधित्व करेंगे)। यह भी फैसला किया गया कि तीसरी आईपीएम का आयोजन साइप्रस में सितम्बर, 2010 में किया जायेगा।
- के. मुरूगन
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