भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का प्रकाशन पार्टी जीवन पाक्षिक वार्षिक मूल्य : 70 रुपये; त्रैवार्षिक : 200 रुपये; आजीवन 1200 रुपये पार्टी के सभी सदस्यों, शुभचिंतको से अनुरोध है कि पार्टी जीवन का सदस्य अवश्य बने संपादक: डॉक्टर गिरीश; कार्यकारी संपादक: प्रदीप तिवारी

About The Author

Communist Party of India, U.P. State Council

Get The Latest News

Sign up to receive latest news

फ़ॉलोअर

सोमवार, 18 अक्टूबर 2021

उत्तर प्रदेश में बारिश से हुयी भारी तवाही की संपूर्ण भरपाई तत्काल करे राज्य सरकार: भाकपा


शासकों के पापों की सजा किसानों को क्यों दे रही है कुदरत? कह रहे हैं पीड़ित किसान

लखनऊ- 18 अक्तूबर 2021, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि उत्तर प्रदेश के तमाम हिस्सों में बे- मौसम वारिश से हुयी भीषण तवाही का तत्काल संज्ञान ले और फसल, धन और जनहानि की न्यायोचित भरपाई को शीघ्र कारगर कदम उठाये।

एक प्रेस बयान में भाकपा सचिव मंडल ने कहाकि गत दो दिनों से लगातार होरही भारी वारिश और बिजली गिरने से प्रदेश में कई दर्जन लोगों और पशुधन की जानें चली गईं, सैकड़ों मकान ध्वस्त होगये और खरीफ और रबी की दोनों फसलें बड़े पैमाने पर बर्वाद हुयी हैं। सरकार की नीतियों से पहले ही आर्थिक रूप से खोखले हुये किसानों की तो मानो कमर ही टूट गयी है, और वे कह रहे हैं कि शासकों के पापों की सजा कुदरत किसानों को क्यों दे रही है?

खरीफ फसलों में धान तो पूरी तरह नष्ट होगया है। जो फसल कट गयी वो या तो डूब गयी या बह गयी है, और जो कट नहीं पायी वो पूरी तरह से बिछ गयी है। अब जल जमाव और कीचड़ के चलते उसकी कटायी संभव नहीं है। इसी तरह कार्तिकी बाजरा, अरहर उड़द, मूंग,  ग्वाल आदि खरीफ फसलें भी पूरी तरह विनष्ट होगयीं हैं।

अभी अभी बोयी गयी रबी की फसलों की भी भारी हानि हुयी है। जो आलू बोये जा चुके हैं वे जमीन के अंदर ही गल जाएंगे और जिनकी बोआई के लिए खेत तैयार किए गये थे वो अब कई हफ्ते तक बोये नहीं जा सकेंगे। अभी अभी बोयी गईं सरसों, मटर, पालक, मैथी, मूली,  शलजम, धनियाँ और हाल ही में रोपित टमाटर, बैगन, गोभी आदि की फसलें भी नष्ट हो चुकी हैं।

हालात ये हैं कि इन दोनों फसलों में किसानों ने जो भारी लागत लगाई वो भी डूब चुकी है। उत्तर प्रदेश के अधिकतर किसानों के सामने अगली फसल की बोआई और जीवन- यापन का संकट आ खड़ा हुआ है। वारिश के अभी कई दिनों जारी रहने की संभावना व्यथित करने वाली है। अप्रत्याशित बिजली कटौती से किसान पहले ही परेशान हैं।

भाकपा ने सरकार से कहा कि वह किसानो, मुसलमानों और विपक्ष के खिलाफ चलाये जा रहे अपने झूठे प्रचार की तंद्रा से बाहर आए और धन, जन और फसल हानि की संपूर्ण भरपायी तत्काल करे।

भाकपा राज्य सचिव डा॰ गिरीश ने सफल रेल रोको आंदोलन, जिसको कि भाकपा ने समर्थन प्रदान किया था, के लिये सभी किसान संगठनों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वारिश से बरवादी की तत्काल भरपायी को भी किसान संगठन प्रमुख मुद्दा बनायेंगे।

डा॰ गिरीश, राज्य सचिव

भाकपा, उत्तर प्रदेश

»»  read more
Share |

लोकप्रिय पोस्ट

कुल पेज दृश्य