आंदोलनकारी
किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के छात्र- नौजवान सड़कों पर
AISF एवं AIYF के कार्यकर्ताओं ने जिलों में किये धरने, प्रदर्शन और पुतले दहन
लखनऊ- 4 दिसंबर 2020, आल इंडिया
स्टूडेंट्स फेडरेशन ( AISF ) एवं अखिल भारतीय नौजवान सभा ( AIYF
) की उत्तर प्रदेश राज्य इकाइयों के आह्वान पर आज दिल्ली और देश भर में
संघर्षरत/ आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में छात्रों और नौजवानों
ने आज सड़कों पर उतर कर किसानों के साथ एकजुटता
का इजहार किया तथा किसानों, छात्रों और नौजवानों की ज्वलंत मांगों
को स्थानीय प्रशासन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति तक पहुंचाया।
एआईएसएफ़ एवं एआईवाईएफ़ के जाबांज कार्यकर्ताओं ने आज
समूचे उत्तर प्रदेश के जिला अथवा तहसील मुख्यालयों पर जुझारू तेवरों के साथ धरने दिये, प्रदर्शन किये एवं कई जगह मगरूर, हठी, किसान, मजदूर, छात्र- नौजवान विरोधी
और अंबानी अदानी जैसे कार्पोरेटों की दलाल सरकार के पुतले भी फूंके।
ज्ञापनों के माध्यम से छात्र नौजवानों ने मांग की कि
किसान विरोधी तीनों कानून वापस लिए जायें और इसके लिये संसद का विशेष सत्र बुलाया जाये।
उन्होने नूनतम समर्थन मूल्य दिलाने की गारंटी करने वाला कानून बनाने की मांग की। बिजली
अधिनियम 2020 वापस लिया जाने और श्रम क़ानूनों में किये गए मजदूर विरोधी बदलावों को
रद्दी की टोकरी में डालने की मांग पर बल दिया।
उन्होने मांग की कि गरीब विरोधी, जनविरोधी और धनवानपरस्त नई शिक्षा नीति 2020 तत्काल वापस ली जाये, भगतसिंह रोजगार गारंटी एक्ट बनाया जाये और सबको समान शिक्षा, रोजगार और मुफ्त स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध करायी जायें।
अपने 5 सूत्रीय माँगपत्र में छात्र युवाओं ने आंदोलनकारी
किसानों, मजदूरों, छात्रों एवं नौजवानों के ऊपर हो रहे अत्याचारों
को तत्काल रोके जाने की मांग की। चेतावनी दी कि सरकार शीघ्र नहीं सुधरी तो छात्र- नौजवान
और भी बड़ी कार्यवाहियों के लिये बाध्य होंगे।
एआईएसएफ़ एवं एआईवाईएफ़ के राज्य कार्यालयों को समाचार
प्रेषित किये जाने तक कई दर्जन जनपदों से कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक संपन्न होने की
खबरें मिल चुकी हैं। उनमें से प्रमुख हैं- मथुरा, हाथरस, गाजियाबाद, शामली, बदायूं, बरेली, शाहजहाँपुर, कानपुर देहात, चित्रकूट, झांसी, ललितपुर, खागा ( फ़तेहपुर ), बाराबंकी, फैजाबाद-
बीकापुर, मछलीशहर-जौनपुर, सुल्तानपुर, मऊ, बहराइच, कुशीनगर, निचलौल ( महाराजगंज ), प्रतापगढ़, गोंडा, बुलंदशहर, बांदा, मौदहा- हमीरपुर आदि।
AISF एवं AIYF के प्रांतीय पदाधिकारियों
ने आज किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरने वाले छात्र- नौजवानों को क्रांतिकारी बधाई
दी और अपेक्षा की कि वे अपनी जंगजू कार्यवाहियाँ लगातार जारी रखेंगे।