भाकपा के राज्य सचिवमंडल की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सत्ता में आने के बाद से वर्तमान प्रांतीय सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने में कोई रूचि नहीं दिखाई है। पहले से ही आम जनता की महंगाई से कमर टूटी हुई है, उस पर प्रदेश सरकार ने उन सभी वस्तुओं पर लगने वाले वैट पर अतिरिक्त कर को एक बार फिर बढ़ा दिया है जिस पर पहले से ही प्रदेश की जनता को अधिक कर देना पड़ रहा था। इसी तरह बिजली की दरों में इजाफा घोषित करने के ठीक पहले विद्युत कर की दर को बढ़ा कर जनता की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी है।
12 सितम्बर को खाद्य सुरक्षा, भ्रष्टाचार तथा महंगाई के साथ-साथ प्रदेश सरकार के इस फैसले के खिलाफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शनों एवं धरनों का आयोजन करेंगे।