माफियाओं
द्वारा निर्मित भवनों को ध्वस्त करने के बजाये उनका जनहित में उपयोग किया जा सकता था
भाकपा ने
कहा- एक विध्वंसक सरकार से जनहित की उम्मीद व्यर्थ
विध्वंसक
ट्रंप के पतन की ही तरह भाजपा का हश्र सुनिश्चित है, कल बिहार विधान
सभा के चुनाव परिणामों से हो जायेगा शुभारंभ : भाकपा
लखनऊ- 9 नवंबर 2020, अपराधी और
माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही के नाम पर उनके द्वारा निर्मित भवनों और भव्य भवनों को
ढहना योगी सरकार के मानसिक दिवालियापन और तुष्टीकरण के अलावा कुछ नहीं। एक विवेकहीन
और जनता के हितों से कोसों दूर सरकार से इसके अलाबा कुछ उम्मीद भी नहीं की जा सकती।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा माफियाओं और उनके संबंधियों
की इमारतों को ढहाने की कार्यवाही को बचकाना और वोट बैंक की राजनीति बताते हुये भारतीय
कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि इन भवनों को ढहाने के बजाये, सरकार द्वारा जब्त कर उनमें अस्पताल, स्कूल एवं कई जरूरी
काम शुरू किए जा सकते थे। और कुछ नहीं तो कोविड हास्पिटल ही खोले जा सकते थे। क्या
इन भवनों के भागों को उन गरीबों को आबंटित नहीं किया जा सकता था जो आज भी इस भयंकर
रामराज्य में झौंपड़ियों में जीवन जी रहे हैं, भाकपा ने सवाल किया
है? दयनीय स्थिति को प्राप्त कोविड अस्पतालों को इनमें शिफ्ट
नहीं किया जा सकता था क्या?
एक प्रेस बयान में भाकपा राज्य सचिव डा॰ गिरीश ने कहा
कि भाजपा/ संघ का इतिहास सदैव से विध्वंसात्मक रहा है सरजनात्मक नहीं। आज भी उसकी सरकारें
किसी न किसी रूप में विध्वंस में लगी हैं। वे राष्ट्रीय संसाधनों को नष्ट कर रही हैं, भाईचारे को नष्ट कर रहीं हैं तथा व्यवस्था और संविधान को नष्ट कर रही हैं।
इनका भी वही हश्र सुनिश्चित है जो अमेरिका में विध्वंसक ट्रंप का हुआ है। और इसकी शुरूआत
कल बिहार विधान सभा के चुनाव परिणामों से हो जायेगी, भाकपा ने
कहा है।
डा॰ गिरीश, राज्य सचिव
भाकपा, उत्तर प्रदेश