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बुधवार, 11 सितंबर 2019
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CPI Protested against power price hike
बिजली की
बड़ी दरों के खिलाफ भाकपा ने जिलों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किये
लखनऊ- 11 सितंबर 2019, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा 21 महीनो के भीतर दूसरी बार की गयी बिजली
की कीमतों में 12 प्रतिशत की असहनीय व्रद्धि के खिलाफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने
आज समूचे उत्तर प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर उन्हें वापस लेने की मांग
की।
भाकपा ने इस व्रद्धि के खिलाफ 4 सितंबर से ही विरोध
दर्ज कराना शुरू कर दिया था जिसके तहत सरकार के पुतले जलाए गए, सभाएं की गईं और जनजागरण चलाया गया।
यहां जारी एक प्रेस बयान में भाकपा के राज्य सचिव
डा॰ गिरीश ने कहाकि राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भाजपा को भारी बहुमत
प्रदान करने की सजा उत्तर प्रदेश की जनता को दी जा रही है। एक ओर दिल्ली की
केजरीवाल सरकार मुफ्त समान रेट पर बिजली देरही है वहीं उत्तर प्रदेश की सरकार जनता
को बड़ी कीमतों के बोझ तले दबाये देरही है।
आने वाले कल से लागू होने जारही विद्युत दर व्रद्धि
के द्वारा गरीब, मध्य और उच्च सभी तबकों को आहत किया गया है। खेती
और लघु उद्योग तक इसके दायरे में आगाए हैं। पहले से ही महंगाई और आर्थिक मंदी से
पीड़ित जनता को सरकार ने यह करारा झटका दिया है।
इससे पहले प्रदेश सरकार ने डीजल और पेट्रौल पर वैट
बढ़ा कर उनकी कीमतें बढ़ा दीं। अभी हाल में केन्द्र सरकार ने रसोई गैस की कीमतें बढ़ा
दीं। अब राज्य सरकार डीजल वाहनों की टैक्स दर बढ़ाने जारही है। आवागमन के साधनों पर
तमाम टैक्सों के बावजूद अधिकतर मार्गों पर टोल टैक्स वसूला जारहा है। अब नये मोटर
वाहन कानून के तहत लोगों से भारी जुर्माना वसूला जारहा है। अपने ही नागरिकों को दोनों
हाथों से लूटा जारहा है। इससे आम जन त्राहि त्राहि कर रहा है।
लूट खसोट और भ्रष्टाचार में लिप्त तथा फासीवाद की
राह पर चल रही इस सरकार ने प्रतिरोध की आवाज दबाने का अभियान छेड़ रखा है। मध्यान्ह
भोजन में नमक के साथ रोटी परोसने का वीडियो जारी करने वाले मिर्जापुर के पत्रकार
के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इससे पूर्व भी कई मीडियाकर्मियों को प्रताड़ित किया
गया। आज भी यह उत्पीड़न जारी है।
डा॰ गिरीश ने कहा कि भाजपा दोगलेपन की राजनीति करती
है। उत्तर प्रदेश में उसकी सरकार ने बिजली की कीमतें बढ़ा कर आम जनता की कमर तोड़ कर
रख दी है तो वहीं पश्चिम बंगाल में इसी सवाल पर भाजपा उपद्रव कर रही है।
भाकपा राज्य काउंसिल द्वारा लिए गये निर्णय के तहत आज
उपरोक्त सवालों पर जिलों में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिये
गये।
राज्य कार्यालय को प्राप्त सूचना के अनुसार आज सोनभद्र
में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया तो शाहजहाँपुर में धरना दिया गया। आजमगढ़
में कलक्ट्रेट स्थित धरनास्थल ( तांगा स्टेंड ) पर धरना दिया गया तो हरदोई में सिनेमा
चौराहे से जुलूस निकाला गया। बाराबंकी में गांधी भवन से कलक्ट्रेट तक जुलूस निकाला
गया तो गाजियाबाद में धरना दिया गया। फैजाबाद में भी प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
गाजीपुर में सरयू पाण्डेय पार्क में धरना दिया गया।
बरेली में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया तो फरुखाबाद
की कायमगंज तहसील पर प्रदर्शन किया गया। कानपुर महानगर में फूलबाग में धरना दिया गया
तो कानपुर देहात में ज्ञापन दिया गया। शामली में जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया तो
अलीगढ़ में रेलवे स्टेशन के समक्ष पुतला फूंका गया। हाथरस में एसडीएम सदर को ज्ञापन
सौंपा गया।
इलाहाबाद में कलक्ट्रेट पर धरने का आयोजन किया गया तो
जनपद फ़तेहपुर के खागा नगर में जुलूस निकाल कर तहसील पर ज्ञापन दिया गया। बांदा में
जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया तो चित्रकूट में पार्टी कार्यालय से तहसील
तक जुलूस निकाला गया। रायबरेली में जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया गया तो कौशांबी
में ज्ञापन दिया गया। भदोही में बिजली घर को घेरा गया।
गोंडा में जिला कलक्ट्रेट पर धरना दिया गया तो बहराइच
में भी कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया। कुशीनगर में जुलूस निकाला गया तो गोरखपुर में
भी प्रदर्शन किया गया। पीलीभीत की पूरन पुर तहसील में धरना दिया गया।
शेष जिलों से अभी समाचार मिलना शेष है। मथुरा में आज
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के चलते लगी पाबंदियों की वजह से आज की जगह कल प्रदर्शन
होगा।
भाकपा राज्य सचिव डा॰ गिरीश ने कहा यह आंदोलन आगे भी
जारी रहेगा। भाकपा की जिला कमेटियाँ योजना बना कर इन सवालों को जनता के बीच लेजाएंगी।
डा॰ गिरीश, राज्य सचिव
भाकपा, उत्तर प्रदेश
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