भाकपा राज्य कार्यकारिणी की बैठक में गहरी चिन्ता जताई गयी
लखनऊ- 30 मई 2022, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी उत्तर प्रदेश की राज्य
कार्यकारिणी ने चिन्ता जताई है कि भाजपा की उत्तर प्रदेश और केन्द्र की सरकारों ने
भारत के मुस्लिम नागरिकों के खिलाफ जो घ्रणा और हिंसक अभियान को प्रश्रय दे रखा है
वह देश के भविष्य के लिये हितकर नहीं है। शासकों का काम समाज और देश के नागरिकों, क्षेत्रों और समुदायों के बीच यदि कोई दूरी विवाद या वैमनस्य है तो उसे भरना
होता है, राजनीतीक स्वार्थों के लिये खाई पैदा करना नहीं। लेकिन
वर्तमान सरकार और शासकवर्ग ऐसा ही कर रहे हैं और वह भी जानबूझ कर।
दो दिन तक चली भाकपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में हुयी
गहन चर्चा का यह प्रमुख बिन्दु था।
बैठक के निष्कर्षों की जानकारी देते हुये भाकपा राज्य सचिव डा॰
गिरीश ने कहा कि भाजपा इतिहास की बहुत बात करती है, पर इतिहास से कोई सबक नहीं
लेती। उलटे वह इतिहास को विक्रत कर रही है, और वोट की तुच्छ राजनीति
के लिये एक समुदाय के प्रति हिंसा नफरत और द्वेष का माहौल निरंतर और युद्धस्तर पर बना
रही है। कारपोरेट्स संचालित मीडिया का बड़ा भाग भी इस अपराधिक क्रिया में लिप्त है।
भाकपा ने चेतावनी दी है कि भाजपा और उसकी सरकारों द्वारा चलायी
जा रही राजनीति देश के भविष्य के लिये खतरनाक है। जनता जितनी जल्दी इस तथ्य को समझ
जाये, उतना ही देश हित में होगा। विभाजन और नफरत की राजनीति के चलते मनमाने कदम
उठाने के बावजूद कश्मीर में आप शांति स्थापित कर नहीं पाये, पंजाब
की घटनाएँ भी चिन्ता पैदा करने वाली हैं और आप सारे देश को नफरत की आग में क्यों झौंक
रहे हैं; भाकपा ने सवाल किया है। क्रपया इस खेले को देश हित में
तत्काल बन्द कर दीजिये।
हम जानते हैं और अब जनता भी समझती जा रही है कि आप यह खेल जनता
को परेशानियों में डालने वाली अपनी नीतियों और कारगुजारियों से ध्यान हटाने को कर रहे
हैं। लेकिन वामपंथी दल और देशभक्त ताक़तें आपका यह खेला दीर्घ काल तक चलने नहीं देंगी।
वे जनता के बीच जा रही हैं, उन्हें समझा रही हैं और उनकी आवाज उठा रही हैं।
भाकपा राज्य कार्यकारिणी ने वामपंथी दलों के राष्ट्रीय आह्वान
पर उत्तर प्रदेश में 25 मई से चलाये जारहे जन अभियान की समीक्षा की जो कि आसमान छूती
महंगाई, निरंतर बढ़ायी जा रही बेरोजगारी और गरीबी, भ्रष्टाचार, निजीकरण, बुलडोजरवाद और पुलिसराज, सामाजिक विभाजन पैदा करने वाली कारगुजारियों एवं जनता को तवाह कर रही कानून
व्यवस्था के बारे में चलाया जा रहा है।
भाकपा राज्य कार्यकारिणी ने इन मुद्दों पर वामदलों द्वारा 31
मई को जिला मुख्यालयों पर किए जा रहे प्रदर्शनों की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया
और आम लोगों से उसका भागीदार बनने की अपील की। इस बात को रेखांकित किया गया कि गत सप्ताह
बड़ती कीमतों के खिलाफ उक्त अभियान चलाने की वामपंथी दलों की घोषणा के बाद केन्द्र सरकार
को पेट्रोल डीजल के दाम कम करने पर मजबूर होना पड़ा।
राज्य सचिव डा॰ गिरीश ने बताया कि भाकपा देश प्रदेश की राजनीति
की समीक्षा करने और भविष्य की रणनीति के निर्धारण करने और सांगठनिक ढांचे को चुस्त
दुरुस्त और व्यापक बनाने को अपना राष्ट्रीय महाधिवेशन अक्तूबर माह में आंध्र प्रदेश
के विजयवाड़ा महानगर में आयोजित करने जा रही है। निर्धारित क्रम में उत्तर प्रदेश में
शाखाओं- जिलों के सम्मेलन जारी हैं। राज्य सम्मेलन आयोजन हेतु फ़तेहपुर की जिला काउंसिल
के प्रस्ताव को स्वीकारते हुये राज्य कार्यकारिणी ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया।
यह 24 वां राज्य सम्मेलन 23, 24 एवं 25 सितंबर को जनपद
फतेहपुर के तहसील मुख्यालय पर आयोजित किया जायेगा।
भाकपा के राज्य कार्यालय पर संपन्न हुयी इस बैठक की अध्यक्षता
इलाहाबाद के वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता का॰ नसीम अंसारी ने की। राजनैतिक रिपोर्ट राज्य
सचिव डा॰ गिरीश तथा सांगठनिक रिपोर्ट सहायक सचिव का॰ अर्विंदराज स्वरूप ने की। चर्चा
में हस्तक्षेप सहायक सचिव व पूर्व विधायक का॰ इम्तेयाज़ अहमद, पूर्व
राज्य सचिव का॰ अशोक मिश्रा, केन्द्रीय कंट्रोल कमीशन के सदस्य
का॰ मोती लाल, राष्ट्रीय परिषद सदस्य का॰ राम चंद्र सरस, महिला फेडरेशन की प्रदेश अध्यक्ष का॰ आशा मिश्रा, बीकेएमयू
के केन्द्रीय सचिव फूलचंद यादव, गफ्फार अब्बास एडवोकेट, राजेश तिवारी एडवोकेट, हामिद अली एडवोकेट, दीनानाथ सिंह एवं कल्पनाथ गुप्ता आदि ने किया।
डा॰ गिरीश, राज्य सचिव
भाकपा, उत्तर
प्रदेश
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें