इस सम्बंध में जारी एक प्रेस बयान में भाकपा के राज्य सचिव डा. गिरीश ने बताया कि इस अभियान की मोटे तौर पर रूपरेखा गत दिनों राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति में लखनऊ में सम्पन्न राज्य कार्यकारिणी की बैठक में तैयार कर ली गयी थी जिसे मौजूदा परिस्थिति के अनुसार और व्यापक रूप दे दिया गया है।
उन्होंने बताया कि अभियान का शुभारम्भ मेहनतकशों के अंतर्राष्ट्रीय पर्व मई दिवस (1 मई) से होगा। भाकपा के सहयोग से चलने वाले सभी श्रमिक एवं कर्मचारी संगठनों का आह्वान किया गया है कि वे इस दिन मंहगाई, भ्रष्टाचार, श्रमिकों एवं कर्मचारियों के अधिकारों के हनन आदि सवालों पर रैलियां, प्रदर्शन, विचारगोष्ठियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करें।
भाकपा अपनी गतिविधियों का संचालन जनता से धन एवं अनाज एकत्रित करके करती आयी है। अतएव 13, 14 एवं 15 मई को पूरे प्रदेश में अनाज एवं धन संग्रह अभियान चलाया जायेगा। भाकपा कार्यकर्ता टोलियां बनाकर जनता के बीच जायेंगे और उससे आर्थिक सहयोग मांगेंगे।
भाकपा के अभियान का तीसरा चरण ‘गांव चलो-मोहल्ला घूमो’ होगा जो 16 मई से शुरू होकर 30 मई तक चलेगा। इस अभियान के अंतर्गत उपर्युक्त सवालों के अतिरिक्त मंहगाई, भ्रष्टाचार, केन्द्र सरकार की परमाणु ऊर्जा नीति तथा सरकार की अमरीका परस्ती, किसानों की भूमि के अधिग्रहण, बुनकरों, मनरेगा मजदूरों, खेतिहर मजदूरों, आशा-आंगनवाडी सेविकाओं, हेल्थ वर्कर्स और शिक्षित बेरोजगारों के सवालों को लेकर गांवों, कस्बों तथा शहरों में व्यापक रूप से जन-जागरण अभियान चलाया जायेगा। सभायें, नुक्कड़ सभायें, चौपाल बैठकें, साईकिल एवं पैदल यात्रायें जगह-जगह आयोजित की जायेंगी।
इस अभियान का समापन 30 मई को जिला अथवा तहसील केन्द्रों पर विशाल एवं जुझारू प्रदर्शनों के साथ किया जायेगा। डा. गिरीश ने बताया कि जिलों-जिलों में आन्दोलन की तैयारी तेज कर दी गयी है और वे स्वयं इस अभियान को गति प्रदान करने के उद्देश्य से 28 अप्रैल से प्रदेशव्यापी दौरे पर निकल रहे हैं।
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