लखनऊ 30 नवम्बर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक यहां सम्पन्न हुई। बैठक में पार्टी के राज्य सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की गई। मौजूदा राजनैतिक परिप्रेक्ष्य पर गहरी चर्चा के उपरान्त प्रदेश में वामपंथ को विस्तार देने की प्रारंभिक रणनीति का खाका तैयार किया गया जिसे राज्य सम्मेलन में अंतिम रूप दिया जायेगा। विधान सभा की कुछ अन्य सीटें और प्रत्याशी चयनित किये गये जिसे केन्द्रीय नेतृत्व से चर्चा के बाद घोषित किया जायेगा।
बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए राज्य सचिव डा. गिरीश ने यहां जारी एक प्रेस बयान में बताया कि भाकपा अपना 21वाँ राज्य सम्मेलन 16 से 18 दिसम्बर अलीगढ़ में आयोजित करने जा रही है। इस सम्मेलन में भाकपा दुनियाँ, देश और उत्तर प्रदेश की राजनीति पर राज्य कार्यकारिणी द्वारा तैयार प्रस्ताव पर चर्चा करेगी। साथ ही पिछले लगभग चार वर्षों में किये गये आन्दोलन व सांगठनिक कार्यों की समीक्षा भी करेगी। संगठन को चुस्त-दुरूस्त बनाने पर एक सांगठनिक प्रस्ताव पर अलग से चर्चा होगी।
डा. गिरीश ने कहा कि चूंकि इस समय पूंजीवादी दल अपनी कारगुजारियों के चलते पूरी तरह बेनकाब हो गये हैं, अतएव उत्तर प्रदेश की जनता एक साफ सुथरे नये विकल्प की तलाश में है। एक हद तक इस कमी को वामपंथी दल पूरा कर सकते हैं जो आम जनता की समस्याओं पर लगातार संघर्ष करते रहे हैं, भ्रष्टाचार से पूरी तरह मुक्त हैं और उनके पास संगठन का एक ठीक-ठाक ताना-बाना पूरे प्रदेश में मौजूद हैं। इस उद्देश्य से भाकपा, माकपा, फारवर्ड ब्लाक और आरएसपी पहले ही एकजुट हो चुके हैं और अब दूसरे वाम समूहों का आह्वान किया गया है कि ऐतिहासिक इस घड़ी में मोर्चे के साथ आयें। कुछ धर्मनिरपेक्ष और भ्रष्टाचार से मुक्त छोटे दलों को भी साथ लेने पर विचार किया जा रहा है।
डा. गिरीश ने बताया कि राज्य सम्मेलन में इन सारे सवालों पर विस्तार से चर्चा होगी। पार्टी का ढांचा 70 जिलों में है जिनसे जिला सम्मेलनों से चुन कर आये 400 के लगभग प्रतिनिधि और वैकल्पिक प्रतिनिधि अलीगढ़ के हबीब गार्डेन में होने वाले 3 दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे।
सम्मेलन के प्रथम दिन 16 दिसम्बर की पूर्वान्ह वहां एक रैली का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें भाकपा महासचिव ए. बी. बर्धन, उप महासचिव का. एस. सुधाकर रेड्डी (पूर्व सांसद), भाकपा संसदीय दल के नेता का. गुरूदास दासगुप्ता, सांसद का. अजीज पाशा एवं केन्द्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान सहित राज्य के नेतागण भाग लेंगे। भाकपा के इस सम्मेलन में राज्य कौंसिल एवं राज्य सचिव का चुनाव भी किया जाता है। पटना में 27 से 31 मार्च तक होने वाले 21वें महाधिवेशन के लिये प्रतिनिधि भी चुने जायेंगे।
राज्य कार्यकारिणी बैठक में एक प्रस्ताव पास कर खुदरा बाजार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को छूट देने की केन्द्र सरकार की कार्यवाही की कड़े शब्दों में निन्दा की गई तथा इसे तत्काल वापस लेने की मांग की गई। इस सम्बंध में 1 दिसम्बर को होने वाले भारत बन्द को पूर्ण समर्थन देने और उसमें सक्रिय भागीदारी करने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता सुरेन्द्र राम ने की।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें