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गुरुवार, 8 जून 2017

जनता पर दमन चक्र चलाना बंद करें भाजपा सरकारें और संघ परिवार

जनता पर दमन चक्र चलाना बंद करें भाजपा सरकारें और संघ परिवार

वामपंथी दलों का उत्तर प्रदेश में दमन विरोधी दिवस  12 जून को


लखनऊ- 8 जून, 2017, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल ने मध्य प्रदेश में पुलिस द्वारा 6 किसानों की ह्त्या, माकपा महासचिव का. सीताराम येचुरी पर हिन्दू सेना द्वारा किये गये हमले, लखनऊ में छात्रों की मद के धन को मुख्यमंत्री के स्वागत समारोह में खर्च करने का विरोध कर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने वाले छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेजने और आज इस सबके विरुध्द लखनऊ में गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन कर रहे वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं पर संघ समर्थक टोली द्वारा हमले बोलने की कोशिश की कड़े शब्दों में निंदा की है. भाकपा ने मंदसौर में पुलिस की गोली से शहीद हुए किसानों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की है.
एक प्रेस बयान में भाकपा के राज्य सचिव डा. गिरीश ने कहा कि भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकारें कारपोरेट घरानों के हित पूरे करने में इस कदर जुटी हैं कि आम जनता का देवाला ही निकल चुका है. किसान कर्ज में डूब चुके हैं, मजदूरों और दस्तकारों से रोजगार छिन चुके हैं, नौजवानों को रोजगार से वंचित कर दिया गया है. सभी पीड़ित तबके अपने हक़ माँगने के लिए सडकों पर उतर रहे हैं और भाजपा सरकारें उन पर दमन चक्र चला रही हैं. अपराधों की बाढ़ से आम लोग त्राहि त्राहि कर उठे हैं.
उत्तर प्रदेश सहित देश के उन सभी राज्यों में जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां दलितों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों, किसानों, मजदूरों, युवाओं और छात्रों को सीधे निशाना बनाया जा रहा है. एक तरफ सरकार और प्रशासन लाठियां गोलियां बरसा रहे हैं वहीं दूसरी ओर हिन्दू युवा वाहिनी, बजरंगदल और आर.एस.एस. से जुड़े संगठन शारीरिक हमले बोल रहे हैं. भाजपा और संघ परिवार आक्रोश और विसंगति की हर आवाज को दबा रहे हैं. संविधान प्रदत्त बोलने की स्वंत्रता व विचारों की आजादी पर तीखे हमले किये जारहे हैं. यह लोकतंत्र के लिये घातक है. संघ परिवार के प्रभुत्ववाद पर लगाम लगाया जाना जरूरी होगया है. सभी लोकतांत्रिक ताकतों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिये.
भाकपा हर दबे कुचले के साथ खड़ी है. वह किसानों, कामगारों, युवा- छात्रों, दलितों अल्पसंख्यकों के हक़ की हर लड़ाई का साथ देगी. भाकपा ने जनता के हितों की लड़ाई में उसके साथ कंधे से कंधा मिला कर चलने का निश्चय किया है और 12 जून को सभी वामपंथी दलों के साथ मिल कर समूचे उत्तर प्रदेश में दमन विरोधी दिवस मनाने का पहले ही निर्णय ले लिया है.

डा. गिरीश, राज्य सचिव


भाकपा, उत्तर प्रदेश 

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