स्वतन्त्रता दिवस पर संविधान की रक्षा और आज़ादी को सुद्रढ़
बनाने का संकल्प लेंगे वामदल
1 सितंबर को भारत को अमेरिका का पिछलग्गू ना बनाओ, दिवस का आयोजन किया जायेगा
लखनऊ- वामपंथी दलों ने 15 अगस्त स्वतन्त्रता दिवस को ‘संविधान की रक्षा और भारत की आज़ादी को सुद्रढ़ करने के संकल्प दिवस’ के रूप में मनाने का आह्वान किया है। साथ ही 1 सितंबर को ‘भारत को अमेरिका का पिछलग्गू बनाने के प्रयासों पर विरोध दिवस’ आयोजित करने का निश्चय किया है। उपर्युक्त जानकारी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
के उत्तर प्रदेश राज्य सचिव मण्डल ने एक प्रेस बयान में दी।
वामदलों का आरोप है कि कोविड- 19 एवं राष्ट्रव्यापी लाकडाउन के दौर में जब भाजपा की केन्द्र सरकार को
महामारी से निपटने में अपना पूरा ध्यान केन्द्रित कर जनता को राहत देनी चाहिये, ऐसे समय में आरएसएस के नेत्रत्व वाली केन्द्र और उत्तर प्रदेश की सरकार आक्रामक
तौर पर भारतीय संविधान के सिध्दांतों को नष्ट करने पर उतारू है। इसके साथ ही सांप्रदायिक
ध्रुवीकरण को धार देने के उद्देश्य से अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने का
कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। संविधान के प्रत्येक संस्थानों एवं प्राधिकरणों—संसद, न्यायपालिका, चुनाव आयोग, सीबीआई, ईडी आदि को सीमित करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं तथा जनतान्त्रिक
अधिकारों एवं नागरिक आज़ादी पर तीखे हमले किये जा रहे हैं। सरकार विरोधी हर आवाज को
राष्ट्रद्रोह की संज्ञा दी जा रही है। आम नागरिकों के साथ ही बुद्धिजीवी राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को राजद्रोह की धाराओं में जेल भेजा जा
रहा है।
हमारे संविधान की बुनियादी विशेषता संघवाद है, जिसके सिद्धांतों को नकारते हुये सभी शक्तियों को केन्द्र सरकार में केन्द्रित
करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में जनता को एकजुट हो कर संविधान की रक्षा
और अपनी स्वतन्त्रता को सुद्रढ़ करने के लिए आवाज उठाना जरूरी हो गया है। स्वतन्त्रता
दिवस पर हम सबको इसकी शपथ लेनी है।
केन्द्र की भाजपा सरकार दुनियाँ पर बादशाहत कायम करने
की अमेरिकी ख़्वाहिशों को पूरा करने के लिये उसका हर तरह से सहयोग कर रही है। यह सब
हमारे देश और देश की जनता के हित में नहीं है। भारत को अपनी स्वतंत्र विदेश नीति पर
कायम रहना चाहिये। अमेरिका या अमेरिकी- इस्रायल गठजोड़ के पक्ष में विदेश नीति हमारी
संप्रभुता और आत्मनिर्भर्ता को कमजोर करेगी। अतएव 1 सितंबर को भारत को अमेरिका का पिछलग्गू
बनाने का विरोध किया जायेगा।
भाकपा राज्य सचिव मण्डल ने उत्तर प्रदेश के जनमानस से
अपील की है कि वे वामपंथी दलों के उपर्युक्त केन्द्रीय आह्वानों को देश और जनता के
हित में अमलीभूत करें।
डा॰ गिरीश, राज्य सचिव
भाकपा, उत्तर प्रदेश
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें