लखनऊ 12 मई। भट्ठा पारसौल गांव में पीड़ित किसानों से मिलने जाते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव डा. गिरीश को पचास अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं के साथ ग्रेटर नोएडा में दोपहर बाद गिरफ्तार कर कासना कोतवाली ले जाकर निरूध किया गया है।
भाकपा के राज्य सचिव मंडल ने बसपा सरकार की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा है कि भट्ठा पारसौल में जिस तरह का घृणित तांडव रचा गया है उसको छिपाने के लिए आज फिर पुलिस ने क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी और भाकपा के प्रतिनिधि मंडल को रास्ते में ही रोक कर गिरफ्तार कर लिया। भाकपा राज्य सचिव मंडल ने इस गिरफ्तारी की कटु निन्दा की है।
अपनी गिरफ्तारी के समय भाकपा राज्य सचिव डा. गिरीश ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कल राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के मध्य दुरभि संधि के तहत कांग्रेस के एक नेता को भट्ठा और पारसौल गांवों में नाटक रचने की खुली छूट दी गयी और पूरे दिन कल एक राजनैतिक प्रहचन चलता रहा। आज भाकपा जैसे भूमि अधिग्रहण के खिलाफ अनवरत संघर्ष चलाने वाले विपक्षी दल को किसानों-मजदूरों की पीड़ा को सुनने से रोका गया। डा. गिरीश ने कहा कि भाकपा इस अन्याय को चुपचाप सहन नहीं कर सकती। किसानों के उत्पीड़न, जबरिया भू-अधिग्रहण, मंहगाई और भ्रष्टाचार आदि सवालों को लेकर भाकपा पूरे राज्य में 16 मई से ”गांव चलो-मोहल्ला घूमो“ अभियान चलायेगी और 30 मई को प्रत्येक जिला केन्द्र पर धरने-प्रदर्शन आयोजित किये जायेंगे।
भाकपा के गिरफ्तार नेताओं में भाकपा राज्य कार्यकारिणी सदस्य अरविन्द राज स्वरूप, शरीफ अहमद एवं अजय सिंह, राज्य कौंसिल सदस्य भारतेन्दु शर्मा एवं नत्थी राम शर्मा, वरिष्ठ नेता जितेन्द्र शर्मा आदि 50 से अधिक पार्टी कार्यकर्ता शामिल हैं।
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