उत्तर प्रदेश की 16वीं विधान सभा के गठन के लिए चुनावी महासंग्राम हो रहा है। यह चुनाव प्रदेश के भविष्य के लिए अति महत्वपूर्ण है। चुनाव ही तय करेगा कि क्या प्रदेश भ्रष्टाचार, जातिवाद, सम्प्रदायवाद तथा गुण्डों, माफियाओं के आतंक, पुलिस के जुल्मों-सितम, सरकारों की तानाशाही, मंत्रियों, नौकरशाहों की बेशुमार लूट से मुक्त होकर, आम जनों के दुःख-दर्दों को दूर करने वाली, प्रदेश के समग्र विकास के लिए समर्पित सरकार का गठन हो सकेगा?
क्या प्रदेश के किसान, मजदूर, बुनकर, बेरोजगार नौजवान, गरीबी भुखमरी से तंग हजारों लोग आत्महत्या करने पर मजबूत होते रहेंगे? क्या अरबों-खरबों रूपये के सरकारी-सहकारी कारखाने मिट्टी के भाव देशी-विदेशी धन्नासेठों को बेचकर राजनेता और नौकरशाह करोड़ों का कमीशन खाते रहेंगे? क्या बेरोजगारों की लम्बी कतार और लम्बी होगी? क्या शिक्षण संस्थानों में प्रवेश और शिक्षा पाने के अधिकार से छात्र-छात्राओं को वंचित रहना पड़ेगा?
क्या करोड़ो गरीब यूं ही नारकीय जीवन जीते रहेंगे? क्या गांवों, कस्बों, शहरों के लोग शुद्ध पेय जल के लिए तड़पते रहेंगे? क्या सभी को बिजली और किसान को फसल का लाभकारी मूल्य नसीब होगा? क्या महिलाओं के शोषण-बलात्कार की शर्मनाक घटनायें थमेंगी? क्या बहन-बेटियां दहेज के कारण यूं ही जिन्दा जलायी जाती रहेंगी? क्या विधान मंडलों में उन्हें 33 फीसदी आरक्षण मिलेगा? इन सभी प्रश्नों का उत्तर आपको अपने वोट के द्वारा तय करना है।
साथियों! वर्तमान और पिछली सरकारों का रवैया सामंती युग के निकृष्टतम रवैये सरीखा रहा है। महिलाओं के विरूद्ध अपराध, हत्या, बलात्कार, अपहरण, छेड़छाड़, दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्याओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। युवतियों के चेहरों पर तेजाब फेंक कर जला देने जैसे काण्डों से सरकार का स्याह चेहरा और भी दागदार हुआ है।
बलात्कार और हत्या के मामलों में उत्तर प्रदेश का देश में पहला स्थान है जो किसी भी सभ्य नागरिक, सभ्य समाज और सरकार के लिए अत्यंत शर्मनाक है। पर सरकार ने इस दुखद एवं शर्मनाक घटनाओं पर रंचमात्र भी रंजोगम का इजहार न करते हुये इन्हें रोकने की दिशा में कोई निरोधात्मक उपाय नहीं किये।
देश के स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान करने वाली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी देश के लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को कायम रखने तथा सामाजिक सद्भाव की रक्षा के लिये अनवरत-अनथक संघर्षों में आगे रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी प्रदेश के अर्थतंत्र को मजबूत बनाने के लिए, सार्वजनिक क्षेत्र को मजबूत बनाने, लघु, ग्रामीण तथा हथकरघा उद्योगों को संरक्षण देने, कृषि को उद्योग का दर्जा देकर, राष्ट्रीय कृषि नीति बनाकर, किसानों और ग्रामीण जनों को संवारने के लिए संघर्षरत है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अन्याय-अत्याचार, दमन और गुण्डा राज के खिलाफ लड़ाई लड़ने में सदा आगे रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शिक्षा मित्रों, मध्यान्ह भोजन रसोइया, आशा बहुओं, आंगनबाड़ी के कार्यरत वर्कर्स की सेवाओं का नियमितीकरण एवं उचित वेतन निर्धारण की मांग को लेकर संघर्षरत है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी वृद्धावस्था, विकलांग और विधवा पेंशन की धनराशि में वृद्धि करने और सभी पात्र जनों को मुहैया कराने तथा इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने की लड़ाई लड़ रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शोषणविहीन, समता-समानता पर आधारित समाज एवं राज्य कायम करने के लिए संघर्षरत है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी समान शिक्षा, सबको चिकित्सा, शुद्ध पेयजल, सभी को रोजगार, खेत को पानी, निर्बाध बिजली सुनिश्चित कराने के लिए संकल्पबद्ध है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी देश की एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसका चुनाव निशान हंसिया और बाली आज तक बदला नहीं है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जन संघर्षों में तपे-तपाये, कर्मठ, विद्वान, जनता के प्रति समर्पित कम्युनिस्ट नेताओं को विधान सभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बना कर आपकी अदालत में पेश किया है।
हम आपसे पुरजोर, विनम्र अनुरोध करते हैं कि आप अपना फैसला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पक्ष में दें। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का चुनाव निशान हंसिया और बाली है। आप हंसिया बाली के चुनाव निशान पर अपना मतदान करें। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवारों को विजयी बनायें।
धन्यवाद!
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